BSTC कोर्स क्या है? full ka form – कैसे करें? kitne saal ki hai, फायदे, योग्यता

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कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें लोगों को पढ़कर टीचर बनकर एक आत्म संतुष्टि मिलती है। वहीं आज के समय में जहां बच्चों के मन में सिर्फ डॉक्टर या इंजीनियर बनने की इच्छा रहती है ये भी एक सच है कि इन्हीं से विज्ञान ने इतनी प्रगति कर ली है।

12वीं कक्षा पास कर हम किस तरह से टीचिंग लाइफ में जाएं और लोगों को नई दिशा दे इसके बारे में आज हम इस आर्टिकल के द्वारा उम्मीदवार को अवगत कराएंगे और बीएसटीसी कोर्स क्या है बीएसटीसी का फुल फॉर्म, BSTC करने की प्रक्रिया

BSTC क्या है

अगर आप  प्राइमरी टीचर बनना चाहते हैं, तो बीटीसी का कोर्स सबसे अच्छा साबित होता है।

आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से छात्र को यह जानकारी देंगे कि बीएसटीसी  क्या होता है । इसे कैसे करें तथा इसके क्या फायदे तथा इनके लिए उम्मीदवार के पास क्या योग्यता होनी चाहिए।

बीएसटीसी का फुल फॉर्म – bstc ka full form

बीएसटीसी का फुल फॉर्म होता है – बेसिक स्कूल ट्रेंनिंग सर्टिफिकेट या फिर बुनियादी विद्यालय शिक्षण प्रमाण पत्र

बीएसटीसी कोर्स क्या है ?

इस कोर्स के अंतर्गत छात्रों को प्राइमरी कक्षा के बच्चों को पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार पांचवी तक के कक्षा को पढ़ाने की योग्यता रखता है।

यह एक सर्टिफिकेट कोर्स है । इस कोर्स के लिए साइंस, आर्ट्स, वाणिज्य किसी भी वर्ग  के विद्यार्थी अप्लाई कर सकते हैं ।

इस कोर्स करने का माध्यम हिंदी तथा अंग्रेजी दोनों है।

बीएसटीसी कोर्स करने की प्रक्रिया

इस कोर्स में प्रवेश करने के लिए बीएसटीसी का प्रवेश परीक्षा  देना पड़ता है। 

फॉर्म भरने के दौरान उम्मीदवार को कुछ चालान भी देना पड़ता है।

 अलग-अलग जातियों के लिए अलग-अलग चालान निर्धारित होते हैं।

  • एससी तथा एसटी के लिए  ₹350 परीक्षा
  • जनरल , ओबीसी तथा अन्य जाति के लिए ₹500

परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद काउंसलिंग की जाती है । जिसमें उम्मीदवार को ₹3000 फीस के तौर पर जमा करना होता है।

साथ ही इसकी एक खासियत यह भी है कि यदि अगर उम्मीदवार काउंसलिंग पास नहीं करता तो उसे 2800 रुपए वापस कर दिया जाता है ।

काउंसलिंग में पास होने के बाद  मेरिट के आधार पर विद्यार्थियों को कॉलेज आवंटित किया जाता है।

बीएसटीसी प्रवेश परीक्षा का एग्जाम प्रतिवर्ष किया जाता है ।

इसमें विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास करने के बाद यदि दो महीने की अच्छे से तैयारी करें तो आसानी से इसमें एडमिशन मिल सकता है।

बीएसटीसी का फॉर्म भरने के लिए कौन कौन से डॉक्यूमेंट चाहिए

  • फॉर्म भरने के लिए बीएसटीसी का डॉक्यूमेंट :-
  • मोबाइल नंबर
  • ईमेल आईडी
  • दसवीं का मार्कशीट
  • 12वीं की मार्कशीट
  • जाति प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • कलर फोटो और साइन
  • आधार कार्ड/पैन कार्ड/वोटर आईडी कार्ड

बीएसटीसी कोर्स के लिए उम्र सीमा

इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवार की उम्र 18 से 28 साल के बीच होना चाहिए।

 वहीं अगर उम्मीदवार आरक्षित वर्ग से आता है तो उसे कुछ उम्र में छूट भी मिलती है।

 बीएसटीसी कोर्स की समय अवधि

इस कोर्स को करने में कुल 2 वर्ष का समय लगता है।

 योग्यता

बीएसटीसी फॉर्म भरने के लिए उम्मीदवार के पास निम्न दस्तावेज होना जरूरी है।

  • बीएसटीसी कोर्स करने के लिए परीक्षार्थी को 12वीं पास होना जरूरी है ।
  • अनारक्षित कैटेगरी के लिए परीक्षार्थी को 12वीं में 50% तथा ओबीसी ,एससी , एसटी को 45% का नंबर होना जरूरी होता है ।
  • उम्मीदवार के पास आईडी प्रूफ होनी चाहिए जैसे की दसवीं की मार्कशीट या फिर आधार कार्ड या अन्य कोई पहचान पत्र
  • उम्मीदवार के पास एक पासपोर्ट साइज फोटो भी होनी चाहिए जिसमें उसकी सिग्नेचर होना अनिवार्य है।

बीएसटीसी कोर्स की टेस्ट प्रक्रिया

बीएसटीसी एंट्रेंस एग्जाम के अंतर्गत टोटल 200 प्रश्न पूछे जाते हैं।

इसके अंतर्गत इन विषयों के प्रश्न पूछे जाते हैं

  • मेंटल एबिलिटी
  • जनरल अवेयरनेस आफ राजस्थान
  • टीचिंग एप्टीट्यूड
  • हिंदी
  • इंग्लिश
  • संस्कृत

बीएसटीसी के बाद क्या करना पड़ता है

बीएसटीसी कोर्स करने के बाद जॉब तथा तरीका

इस कोर्स को करने के बाद उम्मीदवार कक्षा ( 1 से 5 ) तक का टीचर बनने की योग्यता रखता है।

कोर्स करने के बाद भी उम्मीदवार सीधे किसी विद्यालय में  अप्लाई करने की क्षमता नहीं रखता। उसके लिए उसे राज्य सरकार द्वारा आयोजित परीक्षा को उत्तीर्ण करना पड़ता है।

इस परीक्षा को पास करने के बाद उम्मीदवार सिर्फ प्राइमरी स्कूल का टीचर बन सकता है।

अगर उम्मीदवार फर्स्ट ग्रेड का टीचर बनना चाहता है तो उसे बीएसटीसी एग्जाम के पश्चात या उसके बिना भी बीएड , पोस्ट ग्रेजुएशन करना जरूरी होता है।

D.EL.ED  क्या है

बीएसटीसी को ही D.El.ED कहते हैं ।

साल 2019 में सरकार द्वारा बीएसटीसी का नाम बदलकर D.EL.ED दिया गया  । इसका फुल फॉर्म डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन ( diploma in alimentary education ) है ।

बीएसटीसी के फायदे

  • शिक्षा के क्षेत्र में बीएसटीसी करने से बहुत फायदे हैं :-
  • उम्मीदवार सरकारी स्कूल में प्राइमरी कक्षा का अध्यापक बन सकता है।
  • उम्मीदवार को अध्यापन के लिए सरकारी सर्टिफिकेट मिल जाता है।
  • बीएसटीसी कोर्स करने के बाद प्राइवेट स्कूल में अध्यापन के क्षेत्र में जॉब मिलने के चांस बढ़ जाती है।
  • बीएसटीसी के बाद उम्मीदवार b.ed कर  फर्स्ट ग्रेड का टीचर बन सकता है।

FAQ

बीएसटीसी करने के लिए क्या करना पड़ता है?

जो अप्लाई करना चाहते हो वो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12th पास किया हुआ होना चाहिए । और जनरल कोटे वाले candidates को 12th में कम-से-कम 50% अंको होना चाहिए और वहीं SC और ST के candidates को 45% से पास होना चाहिए। अगर बात करे age का तो BSTC करने के लिया 28 वर्ष होनी आवश्यक है।

क्या deled और BSTC एक ही है?

बीएसटीसी का नाम चेंज कर के डी ईएल किया गया है। ईडी. बीएसटीसी का मतलब बेसिक स्कूल टीचर कोर्स होता है इस कोर्स को करने में 2 साल का टाइम होता है, इस कोर्स लिए छात्र 10+2 कक्षा पूरी कर लेने के बाद प्रवेश ले सकते हैं।

उपरोक्त आर्टिकल में उम्मीदवार को बीएसटीसी के बारे में पूरी जानकारी गई दी गई , जैसे बीएसटीसी कैसे करें , इसका फुल फॉर्म क्या होता है , इसकी योग्यता तथा उम्र के साथ है इसको करने के बाद नौकरी कैसे प्राप्त करें।

संभवत यह किसी उम्मीदवार के लिए कारगर सिद्ध होगी ।

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