VPN kya hai ? वीपीएन प्रकार, फायदे, नुकसान और उपयोग

4/5 - (1 vote)

वैसे तो नेटवर्क के बहुत सारे प्रकार है, इन्ही प्रकार में से एक प्रकार है VPN नेटवर्क। आपने शायद VPN नेटवर्क के बारे में सुना होगा इसलिए आज  VPN kya hai ? इसके बारे में डिटेल में जानना चाहते है।

तो आज हम इस आर्टिकल में आसान भाषा में और डिटेल में VPN सीखेंगे। 

vpn kya hai
vpn kya hai

VPN का उपयोग करने से पहले आपको वीपीएन के प्रकार कोन से है। इसका उपयोग करके आपके डिवाइस को क्या नुकसान और क्या फायदा होगा। कुछ देशों में  VPN गैरक़ानूनी है और इंडिया में भी ban करने की चर्चा हो रही थी। 

इसलिए इंडिया में वीपीएन यूज़ करना सही है की नहीं यह जानना आपके लिए बहुत जरुरी है। इस लिए इस आर्टिकल को पूरा पढ़े , चलिए तो फिर शुरू करते है। 

VPN क्या है ? (what is VPN in hindi )

VPN एक प्रकार का कंप्यूटर नेटवर्क है, इसका फुल फॉर्म Virtual Private Network है जिससे हम इंटरनेट पर डाटा को सुरक्षा देते है। इस नेटवर्क का उपयोग करके हम किसी भी देश से किसी दूसरे देश के सर्वर को सुरक्षित रूप से एक्सेस कर सकते है। 

इंटरनेट की दुनिया में अपने डाटा सुरक्षित रखना एक बहुत ही बड़ा महत्व पूर्ण काम है।  जिसे VPN की मदद से करना बहुत ही आसान हो गया है।

वीपीएन paid और फ्रीउपयोग

वीपीएन का उपयोग बड़े कंपनी द्वारा ही नहीं बल्कि आम लोगों द्वारा अपने मोबाइल पर वैयक्तिक रूप से भी  किया जाता है, क्योंकि वीपीएन सर्विस paid और फ्री में भी उपलब्ध होती है। 

अपने डाटा को ऑनलाइन शेयर करते समय hacker द्वारा हैक न किया जाए, इसलिए वीपीएन सर्विस यूज़ होती है। क्योंकि अगर कोई अपने को डाटा हैक करता है तो हो सकता है  इसका गलत इस्तेमाल किया जाए । 

अगर कोई ऐसी ऑनलाइन सर्विस है जिसे इंडिया में नहीं देखता है तो हम इसे अपने डिवाइस को VPN से जोड़ के उस सर्विस या वेबसाइट, एप्प्स के सर्विस को एक्सेस कर सकते है।

क्योंकि वीपीएन कनेक्ट करके हम अपने देश में बैठ कर किसी और देश का लोकेशन भी सेट कर सकते है। जिससे आपका सही लोकेशन ढूंढ पाना मुश्किल होता है।

2020 – 22  इन साल में इंडिया में वीपीएन नेटवर्क का यूज़ बहुत ज्यादा बढ़ गया है।  क्योकि lockdown के कारण work from home सेवाए बहुत ज्यादा बढ़ गई थी। 

अगर आप एक ब्लॉगर है और USA के ऑडियंस को टारगेट करना चाहते है। तो आप अपने डिवाइस में वीपीएन  कनेक्ट करके  लोकेशन USA सेट करके, वहां की ऑडियंस गूगल पर क्या सर्च करती है उससे संबंधित टॉपिक और कीवर्ड रिसर्च कर सकते हैं। 

VPN कैसे काम करता है ?(working  of VPN in hindi) 

VPN का मुख्य रूप से काम होता है, इंटरनेट पर हमारा डाटा और सिस्टम को सुरक्षित रखना। यह अलग अलग स्थिति में अलग अलग तरीके से काम करता है, जिसे हम उदाहरण के साथ आगे जानेंगे। 

अगर कोई ऐसी साइट है जो हमारे देश में ban है, या कोई ऐसी डिजिटल सर्विस है जो हमारे देश में उपलब्ध नहीं है।  तो ऐसे समय में हमारे डिवाइस में वीपीएन install करके अपने डिवाइस का लोकेशन बदलकर हम ban वेबसाइट और unavailable सर्विस का उपयोग कर सकते है। 

जब भी हमारे डिवाइस से सर्वर को request जाएगी तो सर्वर पर आपके डिवाइस की लोकेशन जो आपने वीपीएन पर सेट की है वह जाएगी।  जिससे आपको ban वेबसाइट और unavailable सर्विस को भी यूज़ कर पाएंगे।  

वीपीएन कनेक्ट करने के बाद आपके पब्लिक नेटवर्क को private नेटवर्क से कनेक्ट किया जाता है।  एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम तक डाटा ट्रांसफर होते समय उसे चुराना मुश्किल हो जाता है। क्योंकि जब भी आप वीपीएन से कनेक्ट होते है तो आपका डाटा  encrypt होकर  tunnel के माध्यम से इंटरनेट से ट्रांसफर होता है। 

IP address डिवाइस

इसके अलावा आप अपने डिवाइस का IP address भी बदल सकते है, हर तरह की वीपीएन कंपनी अपने हिसाब से सर्विस और फीचर्स देती है। आप कौन से फीचर यूज़ करना चाहते है उसकेअनुसार इनस्टॉल कर सकते है।   

VPN कैसे सेट करें ? (how to  set VPN in hindi )

  1. सबसे पहले आपको ब्राउज़र को ओपन करना होगा, जिस  सॉफ्टवेयर का यूज़ करना चाहते है, उसे सर्च करे। 
  1. उस वेबसाइट की official वेबसाइट ओपन होगी उसे ओपन करें और सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करें। आप सॉफ्टवेयर या फिर extension भी इनस्टॉल कर सकते है। 
  1. अब आपको सॉफ्टवेयर के सेटिंग में जाकर VPN को activate करना होगा। अगर आपने chrome extension इनस्टॉल है तो ब्राउज़र में आप VPN आइकॉन पर क्लिक कर के सीधे ऑन बटन पर क्लिक करे। 
  1. अब  आप चाहे तो वीपीएन की मदद से आपका लोकेशन, ip address बदल सकते है।

VPN के प्रकार कोनसे है ? (types of VPN in hindi ) 

आज यहां पर वीपीएन के तीन मुख्य प्रकार सीखेंगे रिमोट एक्सेस  वीपीएन,  इंट्रानेट वीपीएन, एक्सट्रानेट वीपीएन। 

1. Remote access VPN : 

कंपनी द्वारा  अगर कोई व्यक्ति को  individual वर्क फ्रॉम होम  काम दिया जाता है,  तब उसे  वीपीएन की मदद से  कंपनी के सर्वर से कनेक्ट किया जाता है। जिससे  वो कंपनी का डाटा सुरक्षित रूप से एक्सेस कर सकें।  ऐसे समय में Remote access वीपीएन  नेटवर्क  का  उपयोग किया जाता है। 

हमारे पर्सनल कंप्यूटर पब्लिक नेटवर्क से कनेक्ट होते इसलिए उन्हें एक  gateway के द्वारा प्राइवेट  नेटवर्क से कनेक्ट किया जाता है।  और कंपनी का डाटा tunnel से encrypt करके  हमारे कंप्यूटर पर भेजा जाता है।  

gateway और tunnel यह शब्द आपके लिए नए हो सकते है इसलिए एक उदाहरण से समज़ते है। 

gateway की मदद से हम पब्लिक नेटवर्क और private नेटवर्क को एक दूसरे से कनेक्ट करते है।  

tunnel  का मतलब  डाटा को encrypt करके विशिष्ट तरीके से ट्रांसफर किया जाता है।  tunnel उदाहरण – जैसे किसी VIP व्यक्ति को पब्लिक में से जाने के लिए उस रोड को खाली किया जाता है और उस व्यक्ति की सुरक्षा की जाती है। 

2. Intranet  VPN : 

एकाधिक लोगों को अलग-अलग लोकेशन से  एक ही सर्वर से सुरक्षित कनेक्ट करने के लिए Intranet VPN का उपयोग किया जाता है। 

मान लीजिए कोई कंपनी अपने बहुत सारे कर्मचारी को वर्क फ्रॉम होम काम देना चाहती है, जो अलग अलग शहरों  में स्थित है। ऐसे समय में कंपनी  Intranet  वीपीएन  का यूज करेगी। 

3. Extranet  VPN : 

एकाधिक ग्रुप, कम्युनिटी  या एकाधिक कंपनी को एकत्रित काम करना हो तो Extranet  VPN द्वारा एक सर्वर  कनेक्ट किया जाता है। 

उदाहरण – एक कंपनी है जिसके अलग अलग branches है और  उन्हें एक साथ काम करना है, तो उन्हें Extranet  वीपीएन की मदद से एक सर्वर को कनेक्ट किया जाता है। जिससे वह सुरक्षित रूप  सर्वर  एक्सेस कर सके। 

इंटरनेट क्या है? फायदे और नुकसान | आईपी एड्रेस क्या है ? फायदे और नुकसान

VPN के फायदे और नुकसान (advantage and disadvantage of VPN in hindi ) 

VPN के फायदे : 

  • इंटरनेट पर डाटा को सुरक्षित रख सकते है।
  • पर्सनल यूज के लिए भी उपयोग कर सकते है।
  • कंप्यूटर ही नहीं बल्कि मोबाइल डिवाइस के लिए भी यूज कर सकते है।
  • किसी भी देश के सर्वर को कनेक्ट कर सकते है ।
  • बहुत सारे वीपीएन free उपलब्ध होते है ।
  • कोई सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं, chrome extension भी उपलब्ध है।

VPN के नुकसान :

  • सभी उपलब्ध वीपीएन 100% सुरक्षित नहीं होते।
  • फ्री के वीपीएन आपका डाटा का गलत इस्तेमाल कर सकते है ।
  • इस प्रकार के नेटवर्क का हैकर या अन्य लोगों से गलत उपयोग किया जा सकता है ।
  • आप  वीपीएन का उपयोग करते है, मतलब आपके डेटा की सुरक्षा थर्ड पार्टी के ऊपर निर्भर है ।

क्या VPN भारत में गैरकानूनी है। (is VPN ban in india in hindi ) 

भारत में वीपीएन गैरक़ानूनी नहीं है, लेकिन पिछले कुछ साल में इंडिया में कई सारे लोग का उपयोग करने लगे इसलिए डाटा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इंडिया के वीपीएन ban करने की अपील की गई। 

वीपीएन बहुत अच्छी नेटवर्क सर्विस है, जो इंटरनेट पर  हमारे डाटा को सुरक्षितता प्रदान करती है, फिर क्यों भारत में बैन करने की  अपील की गई इसके बारेमें आगे पढ़े। 

  • इंडिया में जो साइट ban है उसे use किया सकता है। 
  • हैकर को अपनी पहचान और लोकेशन छुपाने में मदद करता है। 
  • सरकारी महत्वपूर्ण डाटा चुराया जा सकता है। 
  • सिस्टम सिक्योरिटी के लिए यूज़ किए जाने वाले firewall को आसानीसे तोडा जा सकता है। 
  • इस नेटवर्क से कई सारे गैरकानूनी काम किए जा सकते है, जो कि cyber rule के खिलाफ है। 
  • पर्सनल डाटा का गलत इस्तेमाल हो सकता है। 
  • बहुत सारी वीपीएन सर्विस डाटा को बेचने का काम करती है, जो ज्यादातर फ्री होती है। 

वीपीएन यूज़ करना जरुरी भी है, इसलिए इसपर BAN करना सही नहीं होगा तो इसके लिए कुछ नियम बनाए गए जिसे आप आगे पढ़े। 

भारत में VPN का उपयोग करने के नियम। (Rule of using VPN in India)

वीपीएन यूज़ किए जाने वाले का नाम और डिवाइस का IP address ढूंढना संभव नहीं है, इसलिए वीपीएन सर्विस प्रोवाइड करनेवाले कंपनी को यूजर का नाम, ईमेल,  डिवाइस IP address कलेक्ट और 5 साल तक सेव करना अनिवार्य है। 

अगर साइबर सिक्योरिटी से संबंधित कुछ घटना होती है, तो वीपीएन कंपनी को 6 घंटे अंदर बताना होगा। 

अगर कोई यूजर अकाउंट डिलीट भी करता है, तो भी कंपनी को उस यूजर का डाटा सिक्योर रखना होगा। 

अगर किसी यूजर के बारे में भारत सरकार इनफार्मेशन चाहती है, तो कंपनी को उस यूजर के बारे में इनफार्मेशन देनी होगी। अगर कोई कंपनी इन नियमों का पालन नहीं करती तो उसे दंडित किया जा सकता है। 

स्मार्ट फ़ोन के लिए बेस्ट एंड्राइड APP (best android app VPN for  smartphone review)

आगे हमने बेस्ट वीपीएन एंड्राइड application सर्विस  बताई है, जिसके कंप्यूटर के लिए वीपीएन सॉफ्टवेयर और extension भी उपलब्ध है। 

  • private internet access – इसके play store पर 5 मिलियन से अधिक डाउनलोड है और rating  4.3 है ।
  • Secure VPN Safer Internet– इसके play store पर 100 मिलियन से अधिक डाउनलोड है और               rating 4.6 है 
  • Proton VPN- इसके play store पर 10 मिलियन से अधिक डाउनलोड है और rating 4.1 है
  • windscribe VPN – इसके play store पर 10 मिलियन से अधिक डाउनलोड है और rating 4.0  है ।
  • NordVPN – इसके play store पर 50 मिलियन से अधिक डाउनलोड है और rating 3.7 है

FAQ

क्या मोबाइल में भी VPN का उपयोग किया जाता है ?

हा, बहुत सारी ऐसी वीपीएन सर्विस देने वाली कंपनियां है, जो मोबाइल application के जरिए अपनी सर्विस देती है। जिससे  मोबाइल पर भी वीपीएन का यूज़ कर सकते है, जैसे की NordVPN, IPVanish, Ivacy VPN, आदि। 

वीपीएन का उपयोग करके क्या होता है ?

जब भी हम इंटरनेट से कनेक्ट होते है तब हमारा डाटा सुरक्षित रहता है। 

क्या वीपीएन की सर्विस फ्री  होती है ?

कुछ कंपनी होती है जो अपनी सर्विस फ्री उपलब्ध करती है, लेकिन कुछ paid भी होती है। 

अवश्य देखें और जाने :-

सारांश :

तो आज हमने VPN के बारे में सीखा , उम्मीद है आपको जानकारी समझ आ गई होगी, अगर फिर भी कुछ सवाल मन में है तो हमे कमेंट करके पूछ सकते है, हम आपको मदद करने में और आपकी नॉलेज को बढ़ाने में हमेशा तैयार रहते है। इस पोस्ट को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जरूर शेयर करे। 

Leave a Comment