Telephone ka Avishkar Kisne Kiya ? आविष्कार कब और किसने किया

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telephone ka avishkar kisne kiya बदलाव ही इस दुनिया का नियम है, हर चीज में हर दिन हर साल कुछ न कुछ बदलाव होते रहते है। पुराने ज़माने में एक व्यक्ति से दूर के दूसरी व्यक्ति तक संदेश (message )पहुचाने के लिए किसी व्यक्ति या फिर पक्षी का उपयोग किया जाता था।

इस कृति में  बदलाव हुआ और Telephone का आविष्कार हुआ जिससे संदेश को आवाज के रूप टेलीफोन द्वारा भेजना संभव हुआ। 

Telephone ka Avishkar Kisne Kiya aur Kab Huaa

यही टेलीफोन का आगे जाकर मोबाइल फ़ोन और अभी के स्मार्ट फ़ोन में बदलाव हुआ। तो आज हम Telephone के बारे में बात करने वाले है तथा जानेंगे टेलीफोन क्या है ? Telephone का आविष्कार किसने किया ? ( Telephone ka avishkar ) भारत में सबसे पहले telephone कब आया था |

टेलीफोन कैसे काम करता है, टेलीफोन और mobile phone में क्या अंतर है। चलिए तो फिर  शुरू करते है। 

टेलीफोन (Telephone) क्या है ?

टेलफोन एक इलेक्टॉनिक डिवाइस  है जिसका उपयोग cable नेटवर्क के द्वारा दो या दो से अधिक व्यक्ति को एक दूसरे के साथ जुड़ने के लिए और अवाज के माध्यम से बात करने के लिए किया जाता है। 

टेलीफोन में voice ट्रांसफर से जुड़े दो घटक होते, एक voice receiver जिससे सामने वाले व्यक्ति की आवाज को सुनने के लिए यूज़ किया जाता है।  दूसरा voice trasmitter , जिसका यूज़ अपनी आवाज को दूसरे व्यक्ति के टेलफोन तक पहुंचाने के लिए होता है। 

हिंदी में टेलीफोन को क्या कहते है?

Telephone को हिन्दी में दूरभाष कहा यंत्र जाता है

आज कल स्मार्ट मोबाइल फ़ोन की वजह से टेलफोन का उपयोग बहुत कम हो गया है, शायद ही आपने कभी टेलीफ़ोन देखा होगा। लेकिन आज भी कार्यलय (office) में टेलफोन का उपयोग किया जाता है, अब घर में इसका उपयोग ना बराबर हो गया है।

क्योंकि इसका installation करना कठिन और महंगा होता है, इसके अलावा टेलीफोन की तुलना में smartphone बहुत ही उपयोगी और फायदेमंद भी होते है।   

Telephone का आविष्कार किसने किया था ( telephone ka avishkar kisne kiya tha )

Telephone ka aavishkar kisne kiya

Telephone का आविष्कार 2 जून, 1875 में अलेक्‍जेंडर ग्राहम बेल (Alexander Graham Bell) ने किया था। टेलीफोन के आविष्कार (aavishkar) की वजह से मैसेज ट्रांसफर के कार्य को एक गति मिल गई। हम में से लाखो किलोमीटर दूर बैठे व्यक्ति एक के साथ संवाद कर पाना बहुत आसान हो पाया। 

आज अगर किसी टेलीफोन का आविष्कार हो तो उसके लिए अलग अलग पार्ट की, नॉलेज की,  स्किल की जरूरत होती, इसलिए एक व्यक्ति द्वारा टेलीफोन बनाना संभव नहीं है।

ऐसे ही जब पहली बार टेलीफोन का आविष्कार हुआ था तो अलेक्‍जेंडर ग्राहम बेल (Alexander Graham Bell) को कई दूसरे व्यक्ति से भी मदद मिली थी। 

टेलीफोन के जनक और इतिहास

लेकिन सबसे ज्यादा काम अलेक्‍जेंडर ग्राहम बेल ने किया था। इसलिए अलेक्‍जेंडर ग्राहम बेल को टेलीफोन के जनक माना जाता है। Alexander Graham Bell के अलावा Innocenza Manzetti, Charles Bourseul, Antonio Meucci, और Charles Grafton Page, जैसे कई वैज्ञानिक को की मदद हुई .

अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने 7 मार्च, 1876 में टेलीफोन का पेटेंट अपने नाम कराया। पेटेंट  यानी एक क़ानूनी दस्तावेज (डॉक्यूमेंट) होता है, जो सबुत देता है की यह विशिष्ट वस्तु किस व्यक्ती ने बनाई है। जिसके पास पेटेंट होता है वो उस चीज का असली inventor होता है। 

टेलीफोन के अलावा अलेक्जेंडर ग्राहम बेल ने फोटोफोन,ऑडियोमीटर, मेटल डिटेक्टर, एयरोनॉटिक्स और हाइड्रोसील जैसे आविष्कार किए है। साथी बेल AT&T टेलीफोन कंपनी  के फाउंडर बने। 

भारत में सबसे पहले telephone कब आया था

2 जून 1875 में telephone का आविष्कार होने के बाद अमेरिका में टेलीफोन का उपयोग किया जाने लगा और 1880 तक अमेरिका के बड़े शहरो में 48 ,500 से अधिक टेलीफोन लगाए गए।

इसके अलावा टेलीफोन का उपयोग बाकी देशों में  बढ़ने लगा और भारत में सबसे पहले टेलीफोन 1881 में आया था | 

ओरिएंटल टेलीफोन कंपनी लिमिटेड इंग्लैंड ने भारत के अलग अलग शहरों में टेलीफोन सेवा देना शुरू किया, फिर भारत देश में भी टेलीफ़ोन का उपयोग बढ़ने लगा। 

Telephone कैसे काम करता है

अब हम जानेंगे Telephone कैसे काम करता है?, जब भी हम टेलीफोन से नंबर डायल करते है इलेक्ट्रिक सिग्नल टेलीफोन वायर द्वारा  हमारे एरिया के टेलीफोन स्विच बॉक्स  में जाते है ,वहा से हमारे शहर टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस में जाते है।

वहा पर सिस्टम द्वारा चेक किया जाता है की यह सिग्नल किस एरिया के कोनसे टेलीफोन नंबर भेजना है। फिर उस सिग्नल को उस एरिया के स्विच को भेजा जाता है फिर वहां से सीधे टेलीफोन पर सिग्नल भेजा जाता है और वो फ़ोन रिंग होने लगता है। इसके बाद फ़ोन उठाने के बाद सवांद शुरू होता है। 

टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस  में नंबर चेक करने के  बाद अगर वो नंबर किसी दूसरे शहर का होता है।  तो इन सिग्नल को उस शहर के टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस को भेजा जाता है फिर जिस एरिया का टेलीफोन नंबर है उस एरिया  स्विच से होकर सिग्नल सही टेलीफोन पर भेजा जाता है।

इस तरीके से दो टेलीफोन एक दूसरे से कनेक्ट होते। 

अब जानते है दो टेलीफोन कनेक्ट होने के बाद आवाज कैसे ट्रांसफर होती है। टेलीफोन के मुख्य दो पार्ट होते है एक transmitter, दूसरा रिसीवर।

ट्रांसमीटर का काम होता हमारी आवाज की कंपन को अब्सॉर्ब करना और उस आवाज को डिजिटल/ इलेक्ट्रिक सिग्नल में convert करके टेलीफोन वायर में भेजना। receiver सामने वाले व्यक्ति से आने वाले इलेक्ट्रिक सिग्नल को फिर से आवाज में convert करता जिसे हम टेलीफोन से सुन सकते है।  

Telephone और mobile phone में क्या अंतर है

Telephone और मोबाइल फ़ोन में सबसे बड़ा अंतर यही है, की टेलीफोन वायर नेटवर्क  से कनेक्ट है और मोबाइल फ़ोन wireless नेटवर्क से कनेक्ट होता है। 

टेलीफोन – Telephone

  • वायर नेटवर्क से कनेक्ट होता है। 
  • सिर्फ आवाज के माध्यम से संवाद कर सकते है। 
  • एक जगह पर ही रख सकते है। 
  • signal इलेक्ट्रिक रूप में तरफ होता है।  
  • installation कठिन और महंगा होता है। 
  • टेलीफोन को ज्यादा एरिया की जरूरत होती है। 

आईफोन – Mobile phone : 

  • वायरलेस नेटवर्क से कनेक्ट होता है। 
  • text, video, voice के माध्यम से संवाद कर सकते है, किसी भी प्रकार का डाटा ट्रांसफर कर सकते है । 
  • कहीं भी लेकर जा सकते है कही भी use कर सकते है। 
  • signal binary (010101) के रूप में तरफ होता है।  
  • इंस्टॉलेशन आसान और सस्ता, फायदेमंद होता है। 
  • ज्यादा एरिया की जरूरत नहीं, जेब में लेकर भी घूम सकते है।

अवश्य देखें और जाने :-

FAQ – Telephone ka avishkar & other

Telephone की खोज कैसे शुरू हुई ?

अलेक्‍जेंडर ग्राहम बेल का यह मानना था की टेलीग्राफ वायर द्वारा आवाज ट्रांसफर किया जा सकता है।  इसी सोच को लेकर बेल ने प्रयोग करना शुरू किया  और कई प्रयोग करने के बाद एक यंत्र बना जिससे आवाज ट्रांसफर हो सकता था। जिसे टेलीफोन नाम दिया गया। 

Telephone में कोनसे प्रकार का केबल  यूज़ होता है ?

टेलीफोन में सिग्नल ट्रांसफर करने के लिए coaxial cable, twisted pair cable, Fiber optic cables  का उपयोग किया जाता है। टेलीफोन में  आम तौर पर coaxial cable यूज़ ज्यादा किया जाता है। 

टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस क्या होता है ?

टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस में सभी शहर के टेलीफोन का कनेक्शन होता है, जहां से सिग्नल को एक्सचेंज किया जाता है। 

वायरलेस मोबाइल फ़ोन वायर नेटवर्क के टेलीफोन से कैसे कनेक्ट होता है?

मोबाइल फ़ोन का सिग्नल सिर्फ मोबाइल टॉवर तक वायरलेस तरीकेसे trasfer होता है। टॉवर से केबल  द्वारा टेलीफोन एक्सचेंज ऑफिस को सिग्नल भेजा जाता है फिर वहां से टेलीफोन स्विच और आगे टेलीफोन को जाता  है। 

टेलीफोन का यूज़ कम क्यों हो रहा है ?

स्मार्ट फ़ोन टेलीफोन की मुकाबले ज्यादा फायदेमंद होता इसलिए टेलीफोन का उपयोग कम हो रहा है, लेकिन आज भी कैसे कार्यालय में और कुछ गिने चुने घरों में टेलीफोन देखने को मिलते है। 

सारांश : 

आज हमने Telephone का आविष्कार किसने किया ( telephone ka avishkar kisne kiya ) ? टेलीफोन कैसे काम करता है, टेलीफोन के जनक कौन है, यह सीखा उम्मीद है आपको यह जानकारी समझ आ गई  होगी और यह भी समझ गए  होंगे की टेलीफोन और मोबाइल फ़ोन में क्या अंतर है।

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